Menu
blogid : 8098 postid : 1301484

डाल-पात

युवामंच
युवामंच
  • 69 Posts
  • 19 Comments


आदरणीय मित्रों ,…सादर प्रणाम !

मुद्रा परिवर्तन का सबसे नाजुक समय लगभग बीत चुका है !…..अब कुछ ग्रामीण एटीम भी खुलने लगे हैं ,……… लम्बी परेशानियों के बावजूद आमजनता अपने दृढ़निश्चयी प्रधानमंत्री के साथ पूर्ण प्रतिबद्ध है !……..इस अटूट जनविश्वास से बड़े बड़े कालिखधारी घुटनों के बल बेचैन हैं !……..इसी बहाने तमाम खाऊ राजनैतिक कमीने खुद ही नंगे हो गए !…. खाऊ नेता एक ही दिन में दो तीन तरह की विरोधी बातें करते पाए गए ,..वैसे …अतिगंभीर फिल्मों में भी कुछ कामेडी होना जरूरी है ,…..खैर ,..अच्छों अच्छों का खेल ख़तम लगता है !……..हम आशा करते हैं कि ,..पचास दिन बाद के हालातों पर प्रधानमंत्रीजी अवश्य ही सजग सतर्क होंगे !…….. लोभियों की कुत्सित करतूतों से हमारा कठिन लक्ष्य और कठिन हो गया है !…….हम इंसान ही अपनी हर समस्या का जिम्मेदार है !…….इसे कांग्रेसी कुटिलता का प्रभाव कहें या स्वाभाविक मानवीय अवगुण !……..शायद .. सामूहिक भारतद्रोही प्रयासों से हमारी सनातन सुखकारी नैतिकता भी भ्रष्ट चोटिल हुई है !……………….सरकारी भ्रष्टाचार का शिष्टाचार नेहरूजी के समय ही पोषित हुआ ,….यह लूटतंत्र सोनिया सरकार में अपने चरम पर पहुंचा ,…..अब इसके सम्पूर्ण विनाश की बारी है !…………हर आत्मा शुद्धि का महत्व समझती है ,…इसीलिये प्रत्येक जागृत भारतीय मानव में एक विशेष स्फूर्ति है !

मुद्रा परिवर्तन के औचित्य पर प्रश्न उठाने वालों को श्री गुरुमूर्तिजी के तार्किक विचार जरूर पढने चाहिए !…….संगठित लुटेरों की सरताज मनमोहिनी सोनिया सरकार ने बेहिसाब नोट छापे ,…जिससे ….जमीनों और सोने के दाम आसमान पर पहुँच गए !………..जनता बहुमुखी मंहगाई से बेहाल हुई !…….बढ़ती बेरोजगारी से त्रस्त तमाम नौजवानों को ठगी दलाली के दलदल में कैरियर बनाना पड़ा !………छपाई,मंहगाई,बहुतायत लेनदेन,बेपनाह लूट से कागजी अर्थव्यस्था बढ़ी दिखी लेकिन,..वास्तव में वह बर्बादी की कगार पर थी !………….हमारे पूज्य प्रधानमंत्री जी के सामने दो विकल्प थे ,……वो आराम से यथास्थिति चलते हुए राष्ट्र को बर्बाद होता देखते …या फिर !………कठोर उपायों से राष्ट्रीय जनहित करते !……..महान कर्मयोगी प्रधानमंत्रीजी की प्रत्येक श्वास अपने देश को समर्पित है ,…वो हर हाल में राष्ट्रहित ही करते हैं ,….हमेशा करते रहेंगे !………..भ्रष्ट दलालतंत्र उनका कितना भी अपमान करे ,…महाभ्रष्ट दोगले कोई भी लांछन लगाएं ,…..मोदीजी राष्ट्रनीति पर तेजी से बढ़ते रहेंगे !….. देश उनके साथ दौड़ता रहेगा !………….हम विजयरेखा से पहले रुक ही नहीं सकते !

मुद्रा परिवर्तन के सभी लाभों का पूरा आकलन अपने समय पर होगा ,…..लेकिन तमाम सकारात्मकता दमदार है ,…..पाकिस्तान पस्त है ,….दुष्ट आईएसआई के तमाम औजार बेकार हो गए !……दाउद के नकलीनोट वाले सिपहसालार को आत्महत्या करनी पड़ी !!………हुर्रियत की अक्ल पर पड़ते पत्थर भी थमे दिखते हैं !………… नक्सली कमांडर बहुत बेहाल हैं !……तमाम भटके युवा मुख्यधारा में वापसी कर रहे हैं ,…….अकड़बाज अंधे चूहे बिलौटे मगरमच्छ भूखे मारे जायेंगे !……बहरहाल हमारी मुख्यधारा विशाल महान है ,…हम सबका हार्दिक स्वागत करते हैं !…….जिन कारणों से हमारे नागरिकों को अवैध पापी बन्दूक उठानी पड़ी ,…मोदी सरकार उनको मिटाने के लिए कृतसंकल्प है !….भारत में मानवता के समउत्थान का समुचित प्रबंध मोदीजी कर रहे हैं ,……गरीबी में बचपन गुजारने वाला ही गरीबी असम्मान को ठीक से समझ सकता है !…….मोदीराज में अपराधियों के सिवा सबका भविष्य सम्मानित सुरक्षित है !…………….मंहगाई भी गिर रही है ,….जिस दाल के दाम आयात भी नियंत्रित नहीं कर सका ,…वो लुढ़कने लगी है !…….जमीनों जिंसों के दाम अपनी वास्तविकता की तरफ आने लगे हैं !……….बिगड़े मध्यमवर्ग को मितव्ययिता की आवश्यक लत फिर लगने लगी है !………अतिशय गंभीरतम नशों की लत बहुत नियंत्रित हुई है !……..हानिकारक शराब सिगरेट खानपान फास्टफूड भी स्वनियंत्रित हुआ है !……….कैशलेस व्यापार को बहुत बढ़ावा मिला है ,……हमारे अधिकाँश युवा इसे अपना रहे हैं ,…लाभदायक को हम अपनाते ही जायेंगे !….सरकार बहुत प्रयास कर रही है ,…मोदीजी की श्वेत युवा सेना तेजी से हमको प्रशिक्षित कर रही है ,……..मोदीजी ने तो सभी दलों कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है ,..लेकिन जिनके नेता ही पूरे काले हों वो बेचारे क्या कर सकते हैं !……..यद्यपि अभी काफी जमीनी काम होना शेष है ,..फिर भी विश्वास है कि शीघ्रता से हम यथोचित कैशलेस लक्ष्य पा लेंगे !……….न्यून नकदी से भ्रष्टाचार कालिख की संभावनाएं भी न्यून होती हैं !………..साइबर सुरक्षा संसार की बड़ी चिंता है !……..भारत को इस आधुनिकतम युद्ध का अचूक अपराजेय महारथी बनना है !……….

अब दूसरी तरफ देखते हैं !…….चोर दलाल डाल-डाल …..देशभक्ति पात-पात !………लगातार सफल छापेमारियां जारी हैं ,……जिम्मेदार विभागों संस्थाओं अधिकारियों कर्मचारियों को निष्पक्ष देशसेवा की खुली छूट शायद पहलीबार मिली है !…….सभी अपनी सम्पूर्ण शक्ति तत्परता एकजुटता से ऐतिहासिक सफलता की महागाथा लिखेंगे !……..चोर दलाल नेता अधिकारी व्यापारी सब पकडे जा रहे हैं !……..बेईमानी में लिप्त भाजपाई भी धरे जा रहे हैं !………बेईमान कोई भी हो बख्शा नहीं जा सकता है !………. अब भी आत्मसमर्पण ही सबके लिए एकमात्र रास्ता है !…………बैंक बड़े कार्यभार से ज्यादा अपने भ्रष्टाचारियों से परेशान हैं !…….प्रभावी बड़ा बैंकिंग सुधार समय की बड़ी जरूरत लगता है !…….लेसकैश मात्र एक उपाय है !…….हमारे बैंकों को श्रेष्ठतम धनप्रबंधक बनाने का मन्त्र खोजना होगा !……..हमको एक बैंक नेक बैंक सबका बैंक में सुन्दर संभावनाएं दिखती हैं !…..हम निन्यानबे प्रतिशत से ज्यादा अज्ञानी है ,..लेकिन …..महान मोदीजी को अच्छी माथापच्ची करनी पड़ेगी !

अब जरा काली नकदी फिर देखते हैं !…. यह सर्वविदित है कि,……बेहिसाब से भी ज्यादा छपाई के कारण चालू नोटों का अबतक ठीक ठीक हिसाब नही मिला है ,………गहन खोदबीन की जरूरत लगती है !……..किसी गंभीर आकलन के अनुसार करीबन पांच छह लाख करोड़ के नोट कभी बैंक ही नहीं गए !……बाहर बाहर ही खुल्ली नशा तस्करी, मुनाफा मिलावट खोरी ,रिश्वतखोरी मलाईखोरी के जरिये राष्ट्रीय मानवता को नोचते रहे !……….एक साहसिक सच्चे निर्णय से अब सब येनकेनप्रकारेण बैंक चौखट पार करना चाहते हैं !………तमाम काले नोटों का अंजाम जलप्रवाह ,अग्निभेंट ,कतरन कूड़ा हुआ है !….

बेईमान विरोधियों को समझना चाहिए कि ,…श्रेष्ठ सरकार राष्ट्रहित में स्वेच्छा से तलवार की धार पर चली है ,……..एकतरफ चंहुओर फैले चोरों को रोकना था ,…दूसरी तरफ जनसमस्याओं को सीमित भी रखना था !………..सरकार पूर्णतया सफल संतुलित दिख रही है !…….कुछ चोर भी फौरी जश्न मना सकते हैं !…… सरकार के त्वरित परिवर्तनशील नियमों के बावजूद तमाम कालाधन भी बैंक पहुंचा है ,……कुछ नेताओं के अनुसार सब नियम पहले संसदीय कुत्तई द्वारा कटवाकर ठोस अपरिवर्तनशील बनाने चाहिए थे ,…फिर उनपर आराम से अमल होता !…….यह ऐसे होता जैसे चूहों दीमकों द्वारा ऊंचे भवन की नींव बनवाना !…….खैर ….व्यापक दलाल तंत्र ने चुनिन्दा आम जनता को शिकार बनाया है !……..मोदीजी को न्यायपूर्ण समाधान करना होगा !…….सदियों से अत्यधिक लूटों से त्रस्त होने के कारण हम भी बहुतायत लालची अंधे हो गए हैं !…….लेकिन पढेलिखे चतुर दलालों की लोभी नादानियाँ नाकाबिले बर्दाश्त होनी चाहिए !…….. राजदलों में व्यापित गहरी कालिख बहुत बड़ा विषय है ,…हमारा चुनाव आयोग भी अच्छे अवसर पर सक्रिय लग रहा है ,……समाचारी सूत्रों के अनुसार करीब ढाई सौ राजनैतिक दलों पर कोई कार्यवाही हो सकती है !………हमारे देश में सैकड़ों शायद हजारों राजनैतिक दल हैं !…….कांग्रेस कृपा से कोई भी दल कालिख से अछूता नहीं है ,…..तमाम पंजीकृत दलों का कार्य उद्देश्य कारोबार ही कालिख की कमाई खपाई है !……..कुछ ने राजनीति के लिए पेन्सिल रबर भी नहीं ली होगी !……

अब पूर्ण राजनैतिक स्वच्छता, चुनाव सुधार समयानुकूल आवश्यकता है ,..प्रधानमंत्रीजी कई बार अनेकों मंचों से इस जरूरी बात को उठा चुके हैं !……….एकसाथ राष्ट्रीय प्रादेशिक चुनाव से बहुत ऊर्जा नाजायज खर्चे से बचत होगी ,…..हमारी सरकारी मशीनरी बार बार चुनावों से बहुत परेशान होती है !…….हर मुद्दे को किसी चुनाव से सम्बंधित करना विरोधियों का मानवीय गुण भी हो सकता है !…….कम चुनावी मौसमों से हर सरकार अपनी अधिकतम ऊर्जा राष्ट्रीय जनहित में लगा सकती है !……..सरकारी खर्चे पर चुनाव होने से कालिखी विष से हमारा बचाव होगा !……..इससे अपराधियों को संरक्षण ,..उनको बेटा बाप जमाई बनाने की जरूरत ही ख़तम होगी !……अत्याचार अपराध से त्रस्त भारतीय जनता को बचाना है तो चुनावों को कालिख से पूरी आजादी जरूरी है !………इसके लिए उठे हर कदम को भारतीय मानस सादर नमन करेगा !…….

फिलहाल बहुत मोटी बुद्धि से लगता है कि ,….आठ नवम्बर के बाद हर राजनैतिक खाते में जमा हुई रकम शत प्रतिशत कालिख है ,…….यह पूरा धन राष्ट्रधन है !…….इसके साथ अधिकाँश धर्मार्थ ट्रस्टों ,एनजीओ आदि में जमा हुई रकम में पचास से निन्यानबे प्रतिशत कालिख हो सकती है ,………श्रेष्ठ सरकार को ऐसे संस्थाओं समूहों पर विवेकशील प्रभावी कार्यवाही अवश्य करनी चाहिए !…….यहाँ तमाम ट्रस्ट संस्थाएं संगठन केवल कालिख का धंधा करती आई हैं ,…….यहीं गीता प्रेस ,पतंजलि योगपीठ जैसी अनेकों महान मानवसेवी प्रकृतिपालक भागवतप्रेमी संस्थाएं भी हैं ,….इसलिए ….सबको एक तराजू में नहीं रखा जा सकता है ,…..लेकिन सबको मथने की मुश्किल से यथासंभव बचना चाहिए !…….दो तीन माह के औसत लेन देन से ज्यादा जमा रकम का पचहत्तर से नब्बे फीसदी हिस्सा सीधा राष्ट्रधन बनाया जा सकता है ,….किसी बड़ी असंतुष्टि के समाधान के लिए कोई सक्षम खिड़की खोली जा सकती है ,….फर्जीवाड़े का फल फालतू तकलीफ ही है !…..

……बैंक पहुंचा हर फर्जीवाड़ा खुलेगा !…….पानी में मलत्याग छुप ही नहीं सकता है !………ईमानदार बैंककर्मियों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है ,…..आधुनिक तकनीक की सहायता से वो सभी जरूरी कार्य सहजता से कर सकते हैं !…….मुश्किलों के बीच ही महानता सिद्ध होती है ,………..सत्यानाशी काली तिजोरियों का सर्वनाश अत्यावश्यक है !…….बड़े बेईमान सोना कारोबारियों को कड़ा दंड मिलना चाहिए ,……जब्ती जेल यात्रा के साथ उनको व्यपारतंत्र से बेदखल करना चाहिए ,…….. आम ईमानदार जनता तक मुद्रा का सहज प्रवाह तेजी से बढ़ना चाहिए !…….. हर गलत जमाबन्दी को रोकने की बड़ी जिम्मेदारी भी है !……….मोदीजी और लाखों करोड़ों देशभक्त सहयोगियों को सादर नमन करते हुए पुनः हार्दिक शुभकामनाएं ! ……

एक और बात !…….भारत में मुसलमानों के कुछ सिद्ध स्वघोषित आका धार्मिक उन्माद उत्पात के लिए आतुर लगते हैं !…………इन कालिखधारियों को मुद्रापरिवर्तन में भी हिन्दू मुसलमान दिखता है !……मुद्रा परिवर्तन से सबको परेशानी हुई है ,…..इसका लाभ भी हर इंसान को मिलेगा !………सबको समझना चाहिए कि भारतीय मुसलमान आयातित नहीं है ,……किसी को अपने खून में गोरी गजनी तैमूर बाबरों औरंगजेबों का अधर्मी बीज दिखे ,…तो उनका इलाज भी आवश्यक लगता है !………हर भारतीय जानता है कि कुछ समय पहले तक सब सनातनधर्मी थे ,………कई कारणों तरीकों से हमको इस्लाम पहनाया गया है !…….हम सब क्रूर उन्मादी लुटेरों से बहुत पीड़ित हुए हैं ,………हममें अब भी एक विशेष आतंरिक एकता है ,….. कुकर्मी कठमुल्ले इसे भी तोड़ना चाहते हैं !…….अब हम पूर्ण मानवीय एकता की तरफ धीरे धीरे बढ़ रहे हैं तो सबको भरपूर धैर्य सत्यता धारण करनी चाहिए !…….धनलोभी धर्मान्धता का त्याग सबके लिए आवश्यक है !

उधर कालिख से सराबोर ममता के राज में आमजनता खौफजदा है ,……पश्चिम बंगाल की हालत उत्तर प्रदेश से भी ज्यादा खतरनाक लगती है ,…..कई जिलों में हालात अत्यंत गंभीर हैं ,…..अब कोलकोता के निकट धुलागढ़ में दंगे हुए हैं ,…..मुसलमानों के धार्मिक जुलूस में शामिल हरामुल्लों ने हिन्दू बस्तियों मंदिरों में जमकर हिंसा आगजनी की ,…तमाम पीड़ित परिवार पलायन कर गए ,..उनमें अधिकाँश दलित थे !……..इसे देश का दुर्भाग्य कहें या हरामीपने की हद ,…कोई कार्यवाही तो दूर ..ममता सरकार अपने पालतू दहशतगर्दों के समर्थन में है !……..बिना बात के बतंगड़ बवाल काटने वाले तमाम नेता बुद्धिजीवी पत्रकार चैनल मौनी दलाल सिद्ध हो गये हैं !…….डिजाइनर पालतू कुत्ते केवल नापाक इशारों पर भौंकते हैं !….बहरहाल ….हमारे गरिमामय गृहमंत्री जी को इन कुत्सित अपराधों पर यथोचित दृष्टिपात करना चाहिए !

उधर कांग्रेसी कुत्सितता का हाल बहुत बहुत बुरा है ,…….श्रेष्ठतम अधिकारी को सेनाप्रमुख बनाने पर कुटिल राजनीति ही सूझी !……..हमारे नए जनरल श्री विपिन रावतजी कागजी वरिष्ठता में कुछ पीछे हो सकते हैं ,….लेकिन… जमीनी अनुभव ज्ञान क्षमता साहस योग्यता सत्यता सफलता में वो अन्यो से मीलों आगे हैं !…..कागजी वरिष्ठों को कोरी आत्मनिष्ठा भूलकर राष्ट्रहितैशी निर्णयों को दिली स्वीकृति देनी चाहिए !…….जल्दी ही हमारी न्यायपालिका और सेना के शीर्ष पर नए जिम्मेदार चेहरे होंगे !…….सभी नवनियुक्त ऊच्च अधिकारियों को भारत ह्रदय से प्रणाम करता है ,….अधिकतम राष्ट्रीय सेवा के लिए आत्मीय आशीर्वाद देता है !…….अब हमें वो करना है जो आज तक नहीं हो सका है !…..जिसकी लालसा हर मानव हृदय में हमेशा मौजूद रही है !…………सर्वव्यापी दैवीय कृपाओं से भारत में पवित्र मधुर प्रेमाग्नि बढ़ रही है !…..हर सच्चे प्रयास में सफलता पूर्वनिहित होती है !………..हमें स्वच्छ शान्ति के लिए पुरजोर प्रयास करते रहना चाहिए ,…. संघर्ष के बाद सच की सफलता अवश्यम्भावी है !………….ॐ शान्ति !………भारत माता की जय !!……….वन्देमातरम !!!

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply