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आदरणीय मित्रों ,….सादर प्रणाम !
मुद्रा परिवर्तन अभियान और नए दौर तक आ पहुंचा है !…………..दैनिक जीवन में मुद्रा की अनन्य आवश्यकता के कारण बैंकों मे भीड़ ज्यादा कम नहीं हो रही है !……..हालांकि मोदीजी ने हमें पहले ही आगाह किया था ,…. फसल से खरपतवार निकालने में फसल को भी पीड़ा होती है ,..वो भी दबती पिसती गिरती है !…………आज आम जनता सौ पचास के लिए भी हँसते बिलखते तरस रही है ,……आशावान गरीब सहजता से सब सहता है !………..लेकिन,.. सेंधमार गद्दारों के पास बराबर भारी बरामदगी हमारी पीडादायक सच्चाई को उजागर करती हैं !………लम्बे लोभी कांग्रेसराज की विषैली असलियत फिर प्रत्यक्ष है !……….हर जगह चोर दरवाजे हैं ,……. चोर भी चौकीदार बनकर बैठे हैं !……….हमारा बाबू तंत्र न सिर्फ बिगड़ा है बल्कि समेकित रूप से विषाक्त है ,……..यद्यपि ईमानदार भी सर्वत्र हैं ,.लेकिन बेईमानी ज्यादा लुभावनी होती है !…….हमारे अधिकाँश सरकारी दफ्तर भ्रष्टाचार की जोरदार चपेट में हैं !……..बहुतायत बैंकों में अबतक भ्रष्टाचार ही मुख्य शिष्टाचार रहा है !……………..माल्या जैसे मलिन मालदार मक्कार इसी भ्रष्ट कान्ग्रेसियत की देन हैं ,……..खाऊ कांग्रेसियत के लती बाबुओं को लगता होगा कि,.. वो कुछ भी करें उनका बाल बांका नहीं हो सकता है ,…..यह देश कमाल का है ,…यहाँ …….अपनी परमलुटेरी मम्मी सरकार में जनहित को बेकार कंडोम में बांधकर टांगने वाला शातिर बालगांधी निजहित में फुदकैय्या भांजता है !……… गांधी खानदान के लिए जोरदार तरीके से देश लूटने लुटाने वाला गुलाम मौनी मनमोहन भी अब बोलता है ,………..भ्रष्टाचार का प्रचलित पर्याय चिदंबरम भी चिल्ला सकता है !………तो बदबूदार बिलों के रहबर बाबुवों को काहे की परवाह होगी !….खिसियानी बिल्लियों का खम्भानोचन स्वाभाविक लगता है ,……लेकिन ….सनातन सत्यनिष्ठ भारत में भ्रष्टाचार की जड़ें काफी गहरी हो गयी हैं ,…इनके समूल नाश के लिए लम्बे कड़े परिश्रम की जरूरत लगती है !……..मोदीजी के मजबूत नेतृत्व में ईमानदारी का भरोसा फिर जागा है !……….अपने ईमानदार अधिकारियों कर्मचारियों पर भारत को गर्व है !……
राहुल गांधी की ताज़ी बगुलाछाप कलाकारी कुछ कहती है !……एक तो पालतू पापियों के सहारे इनका अधिकाँश देशी माल सुरक्षित ठिकाने लग चुका होगा ,………विदेश गयी लूट तो दोगले नामों से फिलहाल सुरक्षित ही हैं !…………दूसरा स्वच्छमुद्रा अभियान नाकाम करने का जोरदार प्लान इनको सफल होता दिखता होगा !……….इनको अब तक नहीं अंदाजा हुआ कि इनका पाला किससे पड़ा है !…..चलो हम बता देते हैं ,……… “ बिगडैल कुकर्मी बच्चों !!………भावुक संतात्मा मोदी कठोरता में तुम्हारे बापों का भी बाप है ,……..ये सच्चा इंसान पक्का हिन्दुस्तानी है !………पापियों के बेहिसाब प्रहारों को साहसपूर्वक सहकर ये विशिष्ट मानव अब महामानव बन गया है ,……अब इससे टकराने का कुप्रयास करने वाला पत्थर पहाड़ भी मटियामेट हो जाएगा !………हम धूल का हर गुबार हंसकर गुजार देंगे ,….लेकिन काले भ्रष्टाचारियों को नहीं बचने देंगे !……..अब तुमको ऐसे या वैसे सुधरना ही पड़ेगा !……नियति ऐसे ही काम करती है !…..”………………वैसे…….इनके ताजा भययुक्त भ्रमों का आधार इनका बनाया बढ़ाया सर्वव्यापक भ्रष्टतंत्र है !……यहाँ पत्रकारिता न्यायपालिका अधिकारिता बुद्धिजीविता सब बिकाऊ है ,…….इसकी व्यापकता इतनी है कि सच्चे कर्मठों को भी इन्होने दागदार साबित किया है !……जार्ज फर्नाडिज जैसे जुझारू फ़कीर नेता को भी इन्होने बेईमान सिद्ध कर दिया था !………भाजपा के दलित अध्यक्ष लक्ष्मणजी को इन्होने कुछ हजार की सुपारी से निपटा दिया था !……….खैर,… झूठों को यह नहीं पता लग सकता है कि सच की शक्ति कितनी व्यापक है ,…….यह सहनशील शक्ति बहुत भयानक भी हो सकती है !………….अब सच के उफान की बारी है ,……अड़ियल चोर बर्बाद हो जायेंगे !……….हम ठीक से जानते समझते हैं कि कांग्रेसजनित भ्रष्टाचार के कारण ही हम आजतक गरीब हैं !………बांटकर राज करने वाले अंग्रेजों की गुलाम कान्ग्रेसियत के कारण ही हम दुर्दशा पीड़ा परेशानियों अभावों अपमानों अपराधों से ग्रस्त हैं !……..क्या क्या गिनाएं जनाब ………..खानदानी नेताओं के शिष्टाचार भ्रष्टाचार के कारण हमारे अधिकाँश सरकारी स्कूलों से शिक्षा गुमशुदा है !………..कांग्रेस के कुछ चट्टे बट्टे बढ़ी चढ़ी बातें करते हैं !…….सब हमको अधम मूर्ख ही समझते रहे हैं !…………वैसे वो ठीक ही समझते हैं.. लेकिन.. यह नहीं समझते कि हम कितना मूर्ख हैं ,…..और कब पवित्र धर्मध्वजा के प्रहरी हैं !………परमभ्रष्टों ने कितने भी सबूत जलाए मिटाए हों ,……सच सदैव अमिट रहेगा !…….काली कांग्रेस और समस्त सहायक कुकर्मियों को अपने भारी कुफल भोगने होंगे !…………..भ्रष्टों के लिए अब भी एकमात्र सरल मार्ग पूर्ण आत्मसमर्पण ही है !……… मोदीजी में हर ईमानदार भारतवासी अपना अक्स देखता है !……बेईमानों को मोदी में अवश्य ही ‘कुछऔर’ दिखता होगा !……उनको वही मुबारक !
फिर मुद्दा देखते हैं ,….बहुतेरे चोर दरवाजों पर भ्रष्टों का राज है ,…बहुविधि फर्जीवाड़े हो रहे हैं !……हमें मोदीजी पर भरपूर विश्वास है ,….उनके सभी कैमरे सही काम करेंगे !……..कुकर्मी कुछ भी करें लेकिन वो हमको हर हाल में भ्रष्टाचार के भयानक जाल से बचायेंगे !……..हमें कुछ भी करना पड़े ,……चाहे कुछ भी करना पड़े !…..अब हरामियों की हर हद पूरी है !……..मानवता खाने वाले सफ़ेदपोश मगरमच्छों को मारना ही होगा ,…करोड़ों जिंदगियों के लिए कुछको मिटाना पड़े तो मिटाना चाहिए !………पीड़ित मानवता अब शुचिता न्याय समता चाहती है !……..हम हर परेशानी झेल सकते हैं लेकिन भ्रष्टाचार अब और नहीं !………..काले तंत्र में घुसे कुकर्मियों से जनता बहुत ज्यादा परेशान है ,……..नीचे लाचारी है ,…ऊपर हेराफेरी कहाँ कहाँ से जारी है !……….आम मनुजता क्या मांगती है ?……..राष्ट्रीय मानवता के सिद्ध गद्दारों को मृत्युदंड मिलना चाहिए !………….कुछ अन्य आम प्रश्न भी उठते है ,…..भारत की जिम्मेदारी हमारे प्रधानमंत्री राष्ट्रपति की है ,…तो …भारतीय नोट की जिम्मेदारी रिजर्व बैंक का गवर्नर क्यों लेता है ?…….. बैंक मुख्य राष्ट्रीय उपकरण है !……..कहीं हमारे रिजर्व बैंक में परमलोभी शैतान वैश्विक माफियाओं की जोरदार घुसपैठ तो नहीं है ?……..भ्रष्टों की उपस्थिति तो उजागर ही है !………फिर हमारे नोटों पर गांधीजी का एकाधिकार क्यों है ?…….सार्थक आर्थिक बैंकिंग सुधारों के लिए हमें क्या क्या करना चाहिए ?
हमें लगता है कि अब और सख्त सार्थक निर्णय लेने चाहिए !……सन्देश की शुरुआत सही ऊंची होनी चाहिए !…….सर्वप्रथम भारतीय वित्तमंत्रालय को विलक्षण योग्यता वाले नेतृत्व की घोर आवश्यकता लगती है !………..राष्ट्रनीति के लिहाज से हमारे सामने दो स्पष्ट विकल्प हैं ,……..सुब्रमन्यम स्वामीजी हमारे अत्यंत अनुभवी जोशीले बुजुर्ग चिरयुवा हैं ,……कभी दस प्रतिशत ईमानदार गांधी के साथ भी काम किया है ,…..तब से अब तक उनको बहुत ज्ञान अनुभव मिला होगा !……. वो अर्थशास्त्र न्यायशास्त्र राजनीति व्यवहारशास्त्र के विशेष ज्ञाता हैं !………वो भ्रष्ट राजनीतिक अफसरशाही को सही से साध सुधार सकते हैं ,……..राष्ट्रहित में राष्ट्रभक्त का यथायोग्य उपयोग होना ही चाहिए !…………दूसरे श्रेष्ठ विकल्प श्री एस. गुरुमूर्ति जी हो सकते हैं ,…..उनके विषय में सब बहुत कम जानते हैं लेकिन हम इतना जानते हैं कि वो समर्पित राष्ट्रसेवी विलक्षण अर्थशास्त्री हैं !…. उनकी अराजनैतिक पृष्ठभूमि उनको और विशेष बनाती है !…….हमारे पूज्य प्रधानमंत्रीजी को सजग स्वविवेक से और कठोर श्रेष्ठ निर्णय शीघ्र लेने होंगे !……कड़क चाय का दौर चलते रहना चाहिए !……भ्रष्टों से पीड़ित जनता का काम भी चलते रहना चाहिए !……..आवश्यकता होने पर नोट छापेखानों गोदामों बैंकों की सुरक्षा संचालन हमारी परमवीर सेना के हवाले किया जा सकता है !
अंततः श्रेष्ठ सरकार को बेईमान भभकियों को भाव देने की कदापि जरूरत नहीं है ,…….मिथ्यावादी पापी शक्तियां स्वमेव मिट जायेंगी !…….ये हमें जितना तंग करेंगी हम उतना ही स्वच्छ एकजुट शक्तिशाली होंगे !……….अन्यायी अपराधी अहंकारियों के दूषित दुष्प्रचार उनको ही डसेंगे !………आज भारत का हर आम नागरिक भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहता है ,…… लुटेरों बंटाधारियों ने हमें बहुत बांटकर राज किया है ,..लेकिन हम एक ही हैं !……….मोदीजी के नेतृत्व में एक भारत नेक भारत फिर जागा है !………आज हर नागरिक फिरसे जान गया है कि हमारे हकमार हुक्मरान ही हमारे उत्थान में रूकावट है !……….हम समर्पित आत्मसुधार के साथ उनके सर्वनाश को तैयार हैं ,…..भ्रष्टाचार,कालिख, बदमाशी, बिगडैल बाबूगीरी से मुक्ति के लिए हम किसी आवश्यक आपात विशेषकाल को सहर्ष स्वीकार करेंगे ,……वजह कुछ इंसानों में घुसा अतिलोभी राक्षसत्व है !……… मानवता के शत्रु शैतान लुटेरे अब बचने नहीं चाहिए !…….. हम अपनी संतति को सुख शान्ति सम्मान भरा जीवन देना चाहते हैं !…….. नरक से मुक्ति के लिए हम हर कीमत चुका सकते हैं !……..पाप आतंक अपराध कालिख की सरपरस्त कुटिल राजनीति का समापन अत्यावश्यक है ,…….इस दौर में हमें यही राष्ट्रनीति लगती है !………ॐ शान्ति !………भारत माता की जय !!………….वन्देमातरम !!
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