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तीन तलाक और मुस्लिम रहनुमा !

युवामंच
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आदरणीय मित्रों ,….सादर प्रणाम !

तीन तलाक का मतलब क्या है ?….कोई मुसलमान आदमी अपनी जीवनसंगिनी को तीन बार तलाक बोलकर अपने जीवन से निकाल सकता है ,……..यह मर्दानगी व्हाट्सएप आदि सन्देश साधनों द्वारा दिखाने के समाचार भी आते हैं !…………मानवी प्रवित्तियों में क्रोध बहुत ऊपर है ,….कभी किसी भी कारण से क्रोध जरा बेकाबू हुआ तो जिंदगी का  काम हो गया !……किसी भटके शराबी को औरत ने पीने से मना किया तो उसे तलाक तलाक तलाक मिला !…….एसी तमाम दुर्घटनाओं के बाद कुछ मुखर मुसलमान महिलाओं ने इसपर पाबंदी की मांग उठायी ,….मुद्दा सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंचा ,….न्यायालय के आदेश पर भारत सरकार ने अपनी राय रखी ,…सरकार तीन तलाक को गलत मानती है !…बंद करने का इरादा भी रखती है !……हर आदमी औरत और शायद पशु भी आम मनःस्थित में इसे नाजायज ही मानेगा ,…लेकिन पढेलिखे मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड को इसकी खिलाफत बहुत ही नागवार गुजरी !……बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस करके एक सच्ची सरकार को जीभर कोसा गया !……मानो संसार की हर समस्या के लिए मात्र मोदी जिम्मेदार हैं ,…….सबका साथ सबका विकास चाहने वाले सच्चे प्रधानसेवक को मुसलमान विरोधी ठहराया गया ,……तमाम मौलाना नेता बुद्धिजीवी लोग बोर्ड के साथ दिखे ,…यह जमात आम मुसलमानों को बरगलाने में पूरी ताकत से जुटी है ,……इसी बोर्ड ने सर्वोच्च अदालत में इसे जायज ठहराने के लिए बेहद बेहूदा तर्क दिए ,…..लब्बोलुबाव में भारतीय इस्लाम के जहीन सरपरस्त औरत को जूती से भी कमतर मानते हैं !…….हमेशा मानते रहने पर आमादा हैं ,…….टीवी पर चर्चा में कई मौलाना विद्वानों का भ्रम साफ़ दिखता है ,….वो तीन तलाक को गलत मानते हुए भी इसपर कानून नहीं बनने देना चाहते हैं ,…..आखिर क्या रहस्य है ?…… बुरा मानकर भी उसे जायज ठहराना वाकई बड़ा रहस्य लगता है !…….तीन तलाक बांग्लादेश पाकिस्तान में भी नहीं मान्य है ,….उन्होंने अरसा पहले ही खुद को सुधार लिया ,..तो भारतीय शरीयत के शरीफों को इतना दर्द क्यों होता है !……वैसे चंद मौलाना मंद स्वर में तीन तलाक का विरोध भी करते हैं ……अल्लाह उन्हें बढ़ाए !….परमात्मा उनको सद्शक्ति दें !…..लेकिन …मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड पूरी ताकत से तीन तलाक के समर्थन में जुटा है ,….शायद हस्ताक्षर अभियान भी शुरू हुआ है ,…अधिकाँश औरतें इसके खिलाफ हैं ,..लेकिन …कुछ महिलाओं से समर्थन में बुलवाया गया है ,…आगे भी बुलवाया जाएगा !…..वैसे हर महिला अपने अंतःकरण में इसे गलत नाजायज हराम ही मानेगी !….उन मौलानाओं नेताओं धनपतियों बुद्धिजीवियों की अपनी मजबूरी होगी ,….अधिकाँश बहुविवाहित होंगे और शायद तीन तलाक का प्रयोग ज्यादा करना पड़ता होगा !……आम आदमी एक लुगाई से मस्त या त्रस्त है ,……..अत्यंत ही आवश्यक परिस्थितियों में वैधानिक तलाक हो सकता है ,..तीन तलाक प्रथा मानवता पर कालिख है !………..मानवता को मिलकर इसे हटाना ही चाहिए ,……मजहब की आड़ में बुराई को पालना पोषना कैसे उचित कहा जा सकता है !

मुस्लिम बोर्ड ने तीन तलाक पर रोक लगाने से आतंरिक जंग की धमकी दी है !……….इन लोगों को समझना चाहिए कि जंग तो हर पल चल ही रही है ,….होनी ही चाहिए ,…बुराई को त्यागते हुए अच्छाई की तरफ बढ़ना एक जंग ही है ,…मानवता का उत्थान इसी पर टिका है !……यदि तीन तलाक रुकने या सामान नागरिक संहिता से भारतीय इस्लाम पर खतरा है तो खुद इस्लाम ही अपने लिए खतरा है !……भारतीय इस्लाम का यह चेहरा मानवता को स्वीकार्य नही हो सकता है !…..तीन तलाक सर्वसम्मति से अस्वीकार होना चाहिए अथवा जंग तो जारी ही है !…..न्यायपालिका पर सबकी निगाहें रहेंगी !..

……मुसलमान मित्रों को यह समझना चाहिए कि सबके विकास के बिना भारत का पूर्ण विकास असंभव है ,….विकास जड़ता का विरोधी गुणतत्व है ,……सच्ची सरकार सबका उत्थान ही चाहती है ,…भारत सरकार हमें कुछ उठने का अवसर ही दे रही है ,…सबको इसपर संजीदगी से सोचना चाहिये …..कोई महिला ही हमारी प्रिय माँ बहन पत्नी बेटी है ,…हमें कुछ और सच्चे होना होगा …हम कुछ पल काल तक क्रोध में रह सकते हैं ,..हमेशा नहीं ,………पापी प्रथा पर सरकार के विचार सत्य न्याय पर आधारित हैं ,…इसका अंधसमर्थन करने वाले मानवीय दृष्टिकोण से अपराधी हैं ,……..बुरा लग सकता है लेकिन सच यही है ,… मुसलमानों के पिछड़ेपन का सबसे बड़ा कारण ये जड़तावादी मौलाना मुल्ले ही हैं ! …..कुसूर उनका भी सिर्फ इतना है कि उनके दिल दिमाग में हमारी ही तरह कुछ संकुचित विकृतप्रेम के सिवा सिर्फ स्वार्थ भरा है ………कहीं कहीं कुछ ज्यादा ही भरा है !……ॐ शांति !!……….भारत माता की जय !…….वन्देमातरम !

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